बड़ी उलझन थी, समझ नहीं पा रहा था कि क्यों अमरीका में नेता अभी भी ‘change -change ‘ चिल्ला रहे हैं और हमारे भारत में नेता जन्मदिवस, स्थापना दिवस और ऐसे कई कई अवसरों पर करोडो पा रहे हैं | एक एमपी-शेएमपी टाइप नेताजी से पूछा तो बोले - भई, class भी कोई चीज़ होती है, पाश्चात्य नेताओ में स्वाभिमान की कमी है | हमारे यहाँ कोई भी स्वाभिमानी भारतीय नेता change कतई नहीं लेगा | change तो हमारे यहाँ भिखारी लेते हैं, और आप तो जानते ही हैं - हम भिखारी थोड़े ही ना हैं; भिक्षु हैं, केवल वोटो के भिक्षा लेते हैं | नेताजी की बात सुनकर दिल को बड़ी तस्सली मिली - लगा देश सही हाथो में है |