Ten years ago, on this day I joined college. Memories of my first day there.
कुछ धूमिल सी,
कुछ स्पष्ट सी,
कुछ ठहठहाती हुई,
कुछ व्यस्त सी,
कुछ Ma-KA, PCP को पा,
थोड़ी निश्चिंत सी,
कुछ दोस्ती को तत्पर,
जाने क्योँ चिंतित सी,
दिल के हर कौने में मौजूद,
ना जाने कितनी यादें,
बाकी हैं अभी
– अभिनव